ऋते ज्ञानात् न मुक्तिः और ज्ञानमेव सुखम्, ये दोनों सुक्तियाँ ज्ञान की महत्ता को प्रदर्शित करती हैं। ज्ञान के बिना सामर्थ्यशाली व्यक्ति जीवन में न तो सफल नहीं होता और न सुखी होता है अतः ज्ञान ही अंधकार को समाप्त करता है। हमारा ध्येय है कि ज्ञान के प्रकाश को सभी जगह फैलाया जाए।
यह एक संस्कृत के ज्ञान के भण्डार की सभी प्रकार की सूचनाओं का केन्द्र है जहाँ प्राचीन एवं अर्वाचीन विषयों के ऊपर विभिन्न विद्वानों के लेखों का संग्रह मिलेगा।
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हमारा उद्देश्य है कि देश के युवाओं को भारत की ज्ञान परम्परा के समसामयिक ज्ञान के विषय में जानकारी प्राप्त हो सके।