यौवनत्वध्रुवम् ॥ जवानी सदा रहने वाली नही है । अतः इस काल का सदैव सकारात्मक कार्यों में प्रयोग करना चाहिये।न Post navigation कपटी के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिये, शास्त्रों ने क्या बताया है।